श्रीलंका की 2011 विश्वकप टीम का हिस्सा रह चुके सूरज रणदीव इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में बस ड्राइवर की नौकरी कर रहे हैं. ऑफ स्पिनर सूरज रणदीव मेलबर्न स्थित ट्रांसडेव कंपनी में काम कर रहे हैं. सूरज ने श्रीलंका के लिए 12 टेस्ट, 31 वनडे और 7 टी-20 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होने क्रमसः 43, 36 और 7 विेकेट लिए हैं. उन्होने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2016 में खेला था. 2019 के बाद से उन्होने कोई भी घरेलू मैच नहीं खेला है.
सहवाग को शतक से रोका था: सूरज रणदीव 2010 में उस वक्त भी चर्चा में आए थे जब उन्होने डाम्बुला में खेले गए मैच में सहवाग को शतक बनाने से रोक दिया था. दरअसल, जब सहवाग 99 रन पर खेल रहे थे तब उन्होने नोबॉल कर दी थी, जिस पर सहवाग ने छक्का जड़ दिया था. लेकिन, उनका छक्का इसलिए कांउट नहीं हो पाया था क्यूकिं टीम को जीत के लिए एक रन की दरकार थी जो नोबॉल से पूरा हो गया था. इस हरकत की वजह से उन पर एक मैच का बैन भी लगा था.
इस्लाम त्यागकर बने थे बौद्ध: सूरज रणदीव का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ, लेकिन बाद में इन्होने बौद्ध धर्म अपना लिया. इनके पिता मुस्लिम और माता बौद्ध हैं.