किसी भी खिलाड़ी के लिए उसका खेल ही सबसे बड़ा धर्म होता है. इस खेल के जरिए उसे पैसा शोहरत और करोड़ो फैंस का प्यार मिलता है. हांलकी मैदान से इतर खिलाड़ी अपने धर्म-मज़हब का पालन करते हैं. लेकिन कई बार खिलाड़ियों को उनके धर्म की वजह से ट्रोल भी होना पड़ता है. आज हम कुछ ऐसे क्रिकेटर के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनके उनके धर्म की वजह से ट्रोल किया गया.
डीन जोंस ने अमला पर की थी विवादित टिप्पणी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने अगस्त 2006 में कमेंट्री के दौरान हाशिम अमला पर विवादित टिप्पणी की थी. दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच मैच के दौरान हाशिम अमला को विकेट मिलने पर कमेंट्री कर रहे डीन जोन्स ने कहा था कि, “आतंकवादी को एक और विकेट मिल गया.” इस कमेंट्री को करोड़ों क्रिकेट फैंस ने सुना. इस मामले पर विवाद होने के बाद डीन जोन्स ने कहा था कि- उनको लगा था कि उस समय विज्ञापन चल रहे थे, वर्ना उनका इरादा ऐसा बोलकर सबका दिल दुखाने का नहीं था. ब्रॉडकास्टर ने उनका अनुबंध तुरंत रद्द कर दिया था. जोन्स ने इसके बाद कई बार हाशिम अमला से इस बात को लेकर माफी भी मांगी.
मोईन अली पर तस्लीमा नसरीन की टिप्पणी
2021 में लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली के एक वीडियो को लेकर कहा था कि यदि वो खिलाड़ी नहीं होते तो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का हिस्सा होते. उनके इस ट्वीट को लेकर जमकर विवाद हुआ था. इंग्लैंड की टीम ने भी मोइन अली का बचाव करते हुए तस्लीमा नसरीन के बयान की आलोचना की थी.
विवाद बढ़ने के बाद अब तस्लीमा नसरीन ने अपनी सफाई में कहा था कि “नफरती लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि मोइन अली पर मेरा ट्वीट मजाकिया अंदाज में किया गया था. लेकिन उन्होंने मुझे नीचा दिखाने के लिए इसे मुद्दा बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर बनाने की कोशिश करती हूं और कट्टरता का विरोध करती हूं. मानव सभ्यता की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि महिलाओं के समर्थक वामपंथी भी महिला विरोधी इस्लामिक लोगों का समर्थन करते हैं.” मोइन अली ने चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम की जर्सी से शराब के विज्ञापन का लोगो हटाने की अपील की थी.
मोहम्मद शमी पर भी हुई थी धार्मिक टिप्पणियां
2021 टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार के बाद भारत के मोहम्मद शमी पर भी उनके धर्म को लेकर टिप्पणियां हुई थीं. फेसबुक पर कई आलोचकों ने कहा था कि शमी अपने देश के प्रति वफादार नहीं हैं और उन्होंने जानबूझकर भारत को हराया है. टीम इंडिया विश्व कप में पहली बार पाकिस्तान से हारी थी और यह मैच भारत ने 10 विकेट से गंवाया था. हालांकि, भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों और पूर्व क्रिकेटरों ने शमी का समर्थन किया था.