बहुत से लोगो को यह जानकारी ही नहीं होगी कि भारत की पांचवी सबसे अमीर महिला किरण मजूमदार शाॅ की कंपनी बायोकॉन ने सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) के ज्वाइंट ड्रग कंट्रोलर को रिश्वत मात्र इसलिए दी ताकि उसकी दवा को तीसरे ट्रायल से गुजरना ना पड़े और उसे इमरजेंसी यूज के नाम पर दवा बेचने की मंजूरी मिल जाए.
इस मामले में कुछ दिन पहले सीबीआई ने CDSCO के ज्वाइंट ड्रग कंट्रोलर एस ईश्वर रेड्डी को हिरासत में लिया. रेड्डी ने बायोकॉन बायोलॉजिक्स के प्रतिनिधि से इंसुलिन एसपार्ट इंजेक्शन के फेज-3 ट्रायल को टालने के लिए 4 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर लिए थे.रेड्डी ने इस इंजेक्शन के पक्ष में रिपोर्ट देने के लिए 9 लाख रुपए की मांग की, बायोकॉन का यह इंसुलिन इंजेक्शन टाइप 1 व टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है।
CDSCO केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत एक रेगुलेटरी संस्था है. यह किसी दवा के आयात को रेगुलेट करने, नई दवा और क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी देने के कामों को देखती है. अगर वह दवा की मंजूरी के लिए रिश्वत ले रही है तो देश की जनता के स्वास्थ्य के साथ कितना बडा खिलवाड़ किया जा रहा हैं यह खुद समझ लीजिए.
देश में डायबिटीज के रोगी लगातार बढ़ रहे हैं। भारत में डायबिटीज के सबसे ज्यादा 7 करोड़ 70 लाख मरीज हैं. माना जाता है कि दुनिया में डायबिटीज के हर 6 मरीजों में से एक मरीज भारत से है.
हमारे देश के डॉक्टर भी डायबिटीज में मल्टीनेशनल कंपनियों की दवाओं को प्राथमिकता देते हैं ऐसे में इन कंपनियों द्वारा दवा या इंजेक्शन की तीसरे चरण की क्लीनिकल ट्रॉयल से रिश्वत देकर छूट प्राप्त किए जाने से जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है।
सिर्फ भारत में ही नही फार्मा कंपनियो ने पूरी दुनियां में आवश्यक दवाओं की कीमतें आसमान पर पुहंचा रखी है DW की रिपोर्ट है कि अमेरिकी दवा कंपनियां डायबिटीज की दवाई इंसुलिन कनाडा से 13 गुना महंगी बेच रही हैं. बेहद महंगे इंसुलिन को देखते हुए कई लोग गैरकानूनी तरीके से फेसबुक के जरिए जुड़कर आपस में एक दूसरे को इंसुलिन मुहैया करा रहे हैं, इस सन्दर्भ में आप नेटफ्लिक्स पर हसन मिन्हाज के शो पेट्रियाट के दूसरे सीजन का चौथा एपिसोड जरूर देखे.
किस तरह से दवा कंपनियां महंगी दवा बेचकर अमीर बन रही है भारत में इसका बड़ा उदाहरण किरण मजूमदार शॉ है 2019 में फोर्ब्स मैगजीन ने मजूमदार को दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया था.
पिछ्ले दिनो जब अग्नि पथ योजना पर चर्चा चल रही थी तो एनडीटीवी ने मजूमदार मैडम का इंटरव्यू लिया था एनडीटीवी से बात करते हुए मजमूदार ने अग्निपथ योजना के अंतर्गत चार वर्ष बाद रिटायर होने वाले युवाओं को लिए रोजगार का आश्वासन देने की बात कर रही थी. लेकिन एनडीटीवी की भी हिम्मत नहीं है कि उनसे इस रिश्वत कांड पर बात कर ले, ऊपर से नीचे तक ‘सब मिले हुए है जी’