श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मुहर्रम के 10वें दिन अशूरा के अवसर पर गुरुवार को कर्बला के शहीदों को याद किया और कहा कि हज़रत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत हम सभी के लिए मानवीय गरिमा और न्याय के उच्च सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए एक एकीकृत संदेश है।
मनोज सिन्हा ने लोगों से हजरत इमाम हुसैन के धार्मिकता, साहस और सच्चाई के मार्ग पर चलने की अपील की तथा प्रदेश में निरंतर शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि यह अवसर सभी समुदायों के बीच भाईचारे के बंधन को और मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा, “अशूरा के मौके पर कर्बला के शहीदों को नमन। हजरत इमाम हुसैन तथा उनके साथियों की शहादत हम सभी के लिए मानवीय गरिमा तथा न्याय के उच्च सिद्धांत को बनाये रखने का संदेश हैं। मैं लोगों से उनकी धार्मिकता, साहस तथा सत्य के मार्ग पर चलने की अपील करता हूं।” उन्होंने कहा, “आज मैं जम्मू-कश्मीर में निरंतर शांति तथा समृद्धि की दुआ करता हूं और उम्मीद करता हूं कि यह अवसर सभी समुदायों के भाईचारे को मजबूत करेगा।”
मोहर्ररम पर हाईदोस और डोला शरीफ कार्यक्रम नहीं होगा
राजस्थान में अजमेर शरीफ में चल रहे मोहर्रम (मिनी उर्स) के दौरान गुरुवार एवं शुक्रवार को मोहर्रम की नौ एवं दस तारीख को परंपरागत तरीके से हाईदोस खेले जाने वाला कार्यक्र और डोला शरीफ बनाने का कार्यक्रम नहीं होगा।
इस आशय की घोषणा ढाई दिन के झोंपड़े के नजदीक अंदरकोट पंचायत की ओर से कर दी गई है। पंचायत अध्यक्ष मंसूर खान तथा मोहर्रम संयोजक एस.एम. अकबर ने आज बताया कि प्रशासनिक प्रतिबंध और कोरोना नियम के तहत उक्त दोनों कार्यक्रम सार्वजनिक रूप से नहीं होंगे। हाईदोस खेले जाने की परंपरा भारत में केवल अजमेर तथा पाकिस्तान में सिंध प्रांत के हैदराबाद में होती आई है।
उन्होंने बताया कि मोहर्रम की नौ एवं दस तारीख को मध्य रात्रि तक अजमेर शरीफ में नंगी तलवारों से हाईदोस खेला जाता है। ये तलवारें पुलिस के मालखाने से जारी होती हैं जो अब कोरोना के कारण लगातार दूसरे साल भी संभव नहीं हो पा रहा है। यूं अजमेर शरीफ मोहर्रम पर अकीदतमंदों से पटा पड़ा है और खादिम समुदाय हुसैनी रंग (हरे लिबास) में नजर आ रहा है। दरगाह क्षेत्र में मध्य रात्रि बाद तक भी मेले जैसा माहौल बना रहता है ।
उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कल रात आदेश जारी करके मोहर्रम पर ताजिये के जुलूस, रक्षाबंधन पर मेले एवं कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकियों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है।